“इलाज के नाम पर धर्मांतरण और अंधविश्वास का शिकार बनी 16 साल की योगिता, तीन महीने की कैद के बाद दर्दनाक मौत”

बिलासपुर…….गरियाबंद जिले में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना — प्रार्थना, बाइबल पाठ और झाड़-फूंक के बीच तड़पती रही बच्ची, परिजनों की गुहार पर भी नहीं जागी पुलिस
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले के सुरसाबांधा गांव से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने समाज, कानून और व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। 16 साल की मासूम योगिता सोनवानी को एक महिला द्वारा ‘शैतान का साया’ बताकर इलाज के नाम पर तीन महीने तक बंधक बनाकर रखा गया। बाइबल पाठ, प्रार्थनाएं और झाड़-फूंक के तमाशे के बीच जब बच्ची की तबीयत बिगड़ती गई, तब भी न डॉक्टर बुलाया गया और न अस्पताल ले जाया गया। आखिरकार, इलाज की आस में तड़पती योगिता की दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों के बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पुलिस की देर से पहुंच चिंता का विषय बन गई है
