बिलासपुर में “चलो चले मधुमेह से लड़ें” मेगा वॉकाथॉन—1100 लोगों की भागीदारी के साथ अपोलो हॉस्पिटल ने दिया स्वस्थ जीवन का संदेश

बिलासपुर। विश्व मधुमेह दिवस 2025 के अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर द्वारा शहर की अब तक की सबसे बड़ी स्वास्थ्य जागरूकता रैली “Walkathone 3.0 – चलो चले मधुमेह से लड़ें” का भव्य आयोजन किया गया। रैली का उद्देश्य मधुमेह जैसे तेजी से बढ़ते रोग के प्रति लोगों को जागरूक करना, स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना और समय पर जांच एवं रोकथाम के महत्व पर जोर देना रहा।

सुबह 7:30 बजे अपोलो सिटी सेंटर से शुरू हुई इस भव्य रैली को शहर विधायक अमर अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। लगभग 1100 प्रतिभागियों ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक शामिल होकर मधुमेह के खिलाफ लड़ाई में समाज को एकजुट करने का संदेश दिया।

रैली में चिकित्सकों, मरीजों के परिजनों, शहर के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, व्यवसायिक संगठनों, अपोलो नर्सिंग कॉलेज और ब्रह्मकुमारिस फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से सहभागिता की। सभी प्रतिभागी स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने और मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एकजुट दिखाई दिए।
अपोलो अस्पताल की वरिष्ठ मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. कल्पना दास ने बताया कि मधुमेह नियंत्रण में आहार का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि शुगर, नमक और मैदा जैसी तीन सफेद चीजों से दूरी बनाकर मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
वहीं अपोलो के सी.ओ.ओ. अभय कुमार गुप्ता ने मधुमेह को लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी बताते हुए नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने और जीवनशैली में छोटे-छोटे सकारात्मक बदलाव अपनाने की सलाह दी।
विधायक अमर अग्रवाल ने अपोलो हॉस्पिटल की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी स्वास्थ्य रैलियां समाज में स्वास्थ्य चेतना को मजबूत करती हैं। उन्होंने कहा कि आज मधुमेह जैसी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं, जिनसे निपटना तभी संभव है जब लोग जागरूकता और स्वस्थ दिनचर्या को अपनाएं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष एवं रायपुर की पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक भी उपस्थित रहीं। उन्होंने इस रैली को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि मधुमेह की रोकथाम के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच और संतुलित जीवनशैली बेहद जरूरी है।
अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों ने बताया कि मधुमेह देश में सबसे तेजी से बढ़ने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में शामिल है। नियमित व्यायाम, पौष्टिक आहार, समय-समय पर स्क्रीनिंग और तनाव नियंत्रण से इसके जोखिमों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
रैली के समापन पर सभी प्रतिभागियों के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम के अंत में अपोलो के सी.ओ.ओ. अभय गुप्ता ने सभी सामाजिक, व्यावसायिक संगठनों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और आगामी वर्षों में भी ऐसी जागरूकता गतिविधियों को और मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया।
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