More

    *शहर की जनता की आवाज बने नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप – बाढ़ से निपटने निगम को दिए सार्थक सुझाव*

     

    शहर की जनता की आवाज बने नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप – बाढ़ से निपटने निगम को दिए सार्थक सुझाव

    बिलासपुर। शहर में मूसलाधार बारिश के बाद जब कई वार्डों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, तब नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप आगे आए और निगम प्रशासन को ठोस व स्थायी समाधान का रास्ता सुझाया। कश्यप ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कहा कि जनता की समस्या सबसे बड़ी है, इसलिए तकनीकी टीम से सर्वे कराकर नालों व पानी निकासी की व्यवस्था की जाए।

     

    भरत कश्यप हमेशा से ही शहर की समस्याओं को गंभीरता से उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि हर साल बरसात में पुराना बस स्टैंड, श्रीकांत वर्मा मार्ग, विनोबा नगर, लिंक रोड, तोरवा, देवरी खुर्द, अरविंद नगर, बंधवा पारा, जोरा पारा, नेहरू नगर, कस्तूरबा नगर व पत्रकार कॉलोनी जैसे कई इलाके डूब जाते हैं, लेकिन निगम प्रशासन स्थायी समाधान करने में असफल रहा है।

     

    उन्होंने साफ कहा कि जनता के मुद्दों पर भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों को मिलकर काम करना चाहिए। महापौर, निगम आयुक्त और इंजीनियरिंग टीम को तत्काल जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्थायी योजना बनानी चाहिए।

     

    कश्यप ने निगम प्रशासन को यह भी याद दिलाया कि ज्वाली नाला जैसी योजनाओं की तर्ज पर काम होगा तो ही शहर बाढ़ और जलभराव की समस्या से मुक्त होगा।

     

    जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की, वे लगातार जनता के साथ खड़े हैं और हर मंच पर शहर की समस्याओं को उठाते रहेंगे।

     

    दरअसल, भरत कश्यप ने यह साबित किया है कि सच्चा जनप्रतिनिधि वही होता है, जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता की समस्याओं को हल करने का संकल्प ले।

     

     

     

     

     

    Related Articles

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Stay Connected

    161FansLike
    0SubscribersSubscribe

    Latest Articles

      शहर की जनता की आवाज बने नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप – बाढ़ से निपटने निगम को दिए सार्थक सुझाव बिलासपुर। शहर में मूसलाधार बारिश के बाद जब कई वार्डों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, तब नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप आगे आए और निगम प्रशासन को ठोस व स्थायी समाधान का रास्ता सुझाया। कश्यप ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कहा कि जनता की समस्या सबसे बड़ी है, इसलिए तकनीकी टीम से सर्वे कराकर नालों व पानी निकासी की व्यवस्था की जाए।   भरत कश्यप हमेशा से ही शहर की समस्याओं को गंभीरता से उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि हर साल बरसात में पुराना बस स्टैंड, श्रीकांत वर्मा मार्ग, विनोबा नगर, लिंक रोड, तोरवा, देवरी खुर्द, अरविंद नगर, बंधवा पारा, जोरा पारा, नेहरू नगर, कस्तूरबा नगर व पत्रकार कॉलोनी जैसे कई इलाके डूब जाते हैं, लेकिन निगम प्रशासन स्थायी समाधान करने में असफल रहा है।   उन्होंने साफ कहा कि जनता के मुद्दों पर भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों को मिलकर काम करना चाहिए। महापौर, निगम आयुक्त और इंजीनियरिंग टीम को तत्काल जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्थायी योजना बनानी चाहिए।   कश्यप ने निगम प्रशासन को यह भी याद दिलाया कि ज्वाली नाला जैसी योजनाओं की तर्ज पर काम होगा तो ही शहर बाढ़ और जलभराव की समस्या से मुक्त होगा।   जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की, वे लगातार जनता के साथ खड़े हैं और हर मंच पर शहर की समस्याओं को उठाते रहेंगे।   दरअसल, भरत कश्यप ने यह साबित किया है कि सच्चा जनप्रतिनिधि वही होता है, जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता की समस्याओं को हल करने का संकल्प ले।