तबले की थाप पर गूंजा गौरव: बिलासपुर के बाल कलाकार आरव भुरंगी को सी.सी.आर.टी. की छात्रवृत्ति प्राप्त

बिलासपुर।…..संगीत साधना और परंपरा को नन्ही उँगलियों से जीवंत करते हुए बिलासपुर नगर के बाल कलाकार आरव रूपेश भुरंगी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। केन्द्र शासन के अधीन सी.सी.आर.टी. (Centre for Cultural Resources and Training) द्वारा आयोजित साक्षात्कार में आरव का चयन तबला वादन के क्षेत्र में छात्रवृत्ति हेतु हुआ है। यह उपलब्धि न केवल आरव और उनके परिवार के लिए बल्कि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
आरव संगीत की एक समृद्ध विरासत से आते हैं। वे सुप्रसिद्ध तबला वादक रूपेश विजय भुरंगी के सुपुत्र हैं। उनके पितामह विजय भुरंगी तबला वादन के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध और समर्पित कलाकार रहे हैं, जबकि पितामही वैशाली भुरंगी एक प्रतिष्ठित गायिका के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं। इस तरह आरव को बचपन से ही एक सांगीतिक वातावरण प्राप्त हुआ, जिसने उनकी प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आरव की इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि प्रतिभा को सही मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो वह राष्ट्रीय मंच तक अपनी पहचान बना सकती है। सी.सी.आर.टी. द्वारा दी जाने वाली यह छात्रवृत्ति न केवल उन्हें आर्थिक सहयोग प्रदान करेगी, बल्कि उनके संगीत अभ्यास को नई दिशा भी देगी।
बिलासपुर नगर सहित पूरे प्रदेश में आरव की इस उपलब्धि पर खुशी और गर्व की लहर दौड़ पड़ी है। कला, संस्कृति और संगीत से जुड़े संगठनों एवं नागरिकों ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
