
बिलासपुर । सिविल लाइन पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियार और नशीली दवाईयों के साथ सुपारी किलर हिस्ट्रीशीटर कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान नशे के सौदागर से पिस्टल, जीवित कारतूस, और आधा दर्जन से अधिक खाली खोखा बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी से 30 नग नशीली दवा जब्त किया है।
एएसपी राजेंद्र जायसवाल ने मीडिया को बताया कि सिविल लाइन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नशीली दवाइयों के कारोबारी शातिर बदमाश को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। दरअसल गिरफ्तारी के पहले पुलिस को जानकारी मिली कि राजीव गांधी चौक निवासी शहबाज हुसैन ऊर्फ शीबू अपने चार पहिया वाहन से नशीली दवाइयो की तस्करी कर रहा है। साथ में घातक हथियार भी रखा है।
जानकारी के बाद पुलिस कप्तान के आदेश पर सिविल लाइन पुलिस ने टीम बनाकर राजीव गांधी चौक के पास धावा बोला। स्टॉपर लगाकर घेराबंदी कर पुलिस ने वाहन को रोका। इसके बाद पुलिस टीम ने अभियान चलाकर छानबीन की गतिविधियों को अंजाम दिया। तलाशी के दौरान टीम ने सफारी स्टार्म वाहन नम्बर CG-10 AE-7361 से 30 नग नशीली सिरप, 3 नग पिस्टल, 26 नग जिन्दा कारतूस और 7 नग खाली खोखा बरामद किया।पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि आरोपी के खिलाफ पहले भी थानों में सुपारी किलिंग से लेकर हत्या का प्रयास और आर्म्स एक्ट का संगीन अपराध कायम है।
*हिस्ट्रीशीटर आरोपी का आपराधिक रिकार्ड*
पुलिस के अनुसार आरोपी शहबाज ऊर्फ शीबू के खिलाफ 2014 में सिविल लाइन में आईपीसी की धारा 294, 506, 323, 34 और 25 आर्म्स एक्ट का अपराध दर्ज है। जीआरपी थाना में आईपीसी की धारा 294,324,506 का मामला कायम है। आरोपी ने साल 2016 में कोनी थाना क्षेत्र में आईपीसी की धारा 279 का अपराध किया है। साल 2014 में सिटी कोतवाली जांजगीर में आईपीसी की धारा 147, 148, 341, 294, 506, 307, 332, 353 और 120 (बी) का अपराध कायम किया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट 21(सी) और 25 आर्म्स एक्ट का अपराध कायम किया गया है।
बरामद सामान बरामद
पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 30 कोडिन ONEREX कफ सिरप, तीन पिस्टल,26 जीवित कारतूस,78 खाली खोखा और सफारी स्टॉर्म वाहन।
*पुलिस ने 2 दिनों का रिमांड लेकर करेगी गहन पूछताछ*
पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी नशे और हथियार की दुनिया मे आरोपी के गहरे संबध है। कब्जे में लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है। समस्त जानकारी एकत्र करने के बाद आरोपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ अलग से गैंग हिस्ट्रीशीट तैयार किया जाएगा।
*एएसपी बोले,मिलेगा ईनाम*
कार्रवाई के बाद उत्साहित वरिष्ठ पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने थाना प्रभारी सिविल लाइन सुम्मत साहू, उपनिरीक्षक विष्णु यादव, आरक्षक अतुल सिंह, आरक्षक रितेश मिश्रा एवं अन्य स्टाफ के लिए ईनाम का एलान किया है।
*आरोपी का का डिटेल निकालकर करेगी जांच*
पुलिस।ने बताया कि पकड़े गए हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल को जप्त किया गया है।जिसके लिए सीडीआर निकाला जा रहा है।उसके बाद उसमें जुड़े हुए लोगो से भी संपर्क किया जाएगा।इसलिए उसे शनिवार तो रिमांड पर लिया गया है।
*एमपी के मर्डर के आरोपी से है संपर्क*
पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर का सम्बन्ध एमपी के मर्डर और आर्म्स एक्ट के आरोपी से है। जो लगातार फोन में बातचीत करता था।और लगातार संपर्क बनाए हुए था।इसके अलावा यूपी के भी कुछ लोगो से कनेक्शन में है।जिनसे बात होती थी और कोडवर्ड में बात करके समान मिला की नहीं चेक करना, क्योंकि यहां का समान अच्छा नहीं रहता।कुछ इस तरह की बाते मोबाइल में व्हाट्सएप में मिली है।
*हिस्ट्रीशीटर के गिरोह की खोजबीन जारी*
पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर के साथ जुड़े हुए लोगो के बारे में मालूम किया जा रहा है।आरोपी के तार किसके साथ जुड़े है और कहां कहां से संपर्क वाले है।इसके साथ ही आरोपी के एनडीपीएस मामले में।एंड टू एंड तक कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने तैयारिया शुरू कर दी है।इसमें हिस्ट्रीशीटर के साथ कौन कौन शामिल गई और कौन इस अवैध कारोबार में शामिल था उनकी जांच पड़ताल की जा रही है।
*एक साथ इतने काली खोखे की जांच जारी*
एएसपी ने बताया कि एक व्यक्ति के पास 3 पिस्टल है।जिसमे एक विदेशी है और बाकी दो मेड इन इंडिया है। जिसमे 7 नग खाली खोखे की तलाश की जा रही है।इसके अलावा 26 नग जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ है वह भी सोचने वाली बात है।आखिर खाली खोखे कहां इस्तेमाल किए गए है।क्या किसी को धमकी देने के पिस्टल के खाली खोखा का इस्तेमाल किया गया है।या फिर हकीकत में हवाई फायर किया गया है।यह जांच का विषय है।इसके साथ ही सीपत क्षेत्र के जंगल से पिस्टल मिलने की बात कही जा रही है जिसकी खोजबीन हो रही है।
*सुपारी लेकर करता था अपहरण,मारपीट और देता था धमकी*
हिस्ट्रीशीटर शीबू खान सुपारी किलर के नाम से फेमस है।जिसका गैंग चलता है।शहर में किसी को भी धमकी देना है,मारपीट करवाना है,और जमीन पर कब्जा करना है या फिर वसूली करवाना है तो शीबू को लोग पैसा देकर काम करवाते थे।
