बिलासपुर। Cgatoznews…जरहभाठा इंदुचौक निवासी भरत गोविंद ने बीती 28 अक्टूबर को कलेक्टर के समक्ष आवेदन देकर अनस खोखर के खिलाफ़ सूदखोरी करने का आरोप लगाया था जिसके बाद सिविल लाईन पुलिस ने स्वयं से पहल करते हुए भरत गोविंद से फ़ोन के माध्यम से बात की और उसे FIR दर्ज करवाने के लिए थाने आने का आग्रह किया इसके बावजूद आवेदक भरत गोविंद आज दिनांक तक पुलिस के पास नहीं आया है। पुलिस ने बताया कि भरत गोविंद ने पूर्व में भी कभी भी न पुलिस से कोई संपर्क किया है न कभी इस संबंध में कोई शिकायत की है।
अनस ने भरत के खिलाफ़ पहले ही की थी धोखाधड़ी की शिकायत
भरत गोविंद द्वारा कलेक्टर को दिए आवेदन की ख़बर मीडिया में प्रकाशित हुई जिसके बाद अनस खोखर ने भी अपना पक्ष मीडिया के समझ रखा है। अनस खोखर ने कहा है कि “भरत ने जो भी आरोप मुझपर लगाए हैं वो सरासर झूठ हैं। भरत मेरा बचपन का दोस्त है उसके पास काम नहीं था तो मैंने ही उसे वन विभाग में काम दिलवाया और काम शुरू करने के लिए पैसा भी दिया। मैने कभी उससे कोई ब्याज नहीं मांगा। जितने पैसे मैने दिए हैं उतने ही उससे वापस मांग रहा हूं।”
अनस ने बताया कि “जब वो पैसे वापस करने में आनाकानी करने लगा तब मैने बीती 20 अक्टूबर को नवागढ़ थाने में इसकी लिखित शिकायत की। अब पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने कलेक्टर के समक्ष झूठा आवेदन दिया है।”
अनस ने इस संबंध में SP और IG कार्यालय में आवेदन भी दिया है। आवेदन में अनस ने निवेदन किया है कि इस प्रकार झूठी शिकायत करने वाले भरत गोविंद FIR दर्ज कर उसपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जावे।
