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    *मवेशी के हमले से गंभीर रूप से घायल युवक को न्यू वंदना हॉस्पिटल डॉक्टरों ने दिया जीवन दान*

    बिलासपुरcgatoznews….। डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है और इस बात को सत्य साबित कर दिखाया है न्यू वंदना अस्पताल के डॉक्टरों ने। मवेशी के हमले से गंभीर रूप से घायल युवक को परिजनों ने उस्लापुर मुख्य मार्ग स्थित न्यू वंदना हॉस्पिटल में दाखिल कराया, जहां चिकित्सकों की टीम ने जी तोड़ मेहनत का उसे जीवन दान दिया है। मवेशी के वार से युवक का फेफड़ा और आंत बाहर निकल गया था, परिजन पूरी तरह से आस छोड़ दिये थे लेकिन न्यू वंदना हॉस्पिटल के डॉक्टर हिम्मत नहीं हारे। युवक का सफल ऑपरेशन किया गया और उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया गया। दो-तीन दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

    मुंगेली क्षेत्र के ग्राम भठलीकला निवासी देवेन्द्र कश्यप आयु 33 साल बीते 07 जून की रात अपनी दोपहिया वाहन में सवार होकर बिलासपुर की ओर आ रहा था। दशरंगपुर के पास वह भैंस की झूंड से जा टकराया। भैंस ने अपने सिंग से युवक के सीने में वार किया जिससे मौके पर ही युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में युवक का फेफड़ा और आंत शरीर से बाहर निकल आया था। आस-पास के ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो वे भी घायल युवक को छूने से घबराने लगे। लहु लुहान अवस्था में पड़े युवक के परिजनों को किसी ने सूचना दी तो परिजन मौके पर पहुंचे। हादसे में घायल युवक की दशा को देखकर परिजन भी आस छोड़ चुके थे। रात करीब 12 बजे गंभीर रूप से घायल युवक को उसके भतीजे ने उस्लापुर रोड स्थित न्यू वंदना हॉस्पिटल में दाखिल कराया। यहां डॉ. चंद्रशेखर उइके और डॉ. सर्वजीत मरावी के नेतृत्व में घायल युवक का सफल ऑपरेशन किया गया। अब युवक खतरे से बाहर है दो तीन दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। न्यू वंदन हॉस्पिटल में हुए सफल ऑपरेशन और उपचार से प्रभावित होकर घायल युवक के परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए अस्पताल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया है।

     

    बाक्स

    युवक की जा सकती थी जान- डॉक्टर उइके

    न्यू वंदना हॉस्पिटल के डॉक्टर चंद्रशेखर उइके ने बताया कि युवक की दशा नाजुक थी। उपचार में जरा भी लापरवाही व देर होने पर उसकी जान जा सकती थी। तत्काल प्रभाव से ऑपरेशन कर रात भर घायल युवक की निगरानी की गई, स्थिति को काबू में किया गया। तब जाकर युवक की जान बचाई जा सकी। हमारे द्वारा किए गए सफल उपचार से प्रभावित होकर मरीज के परिजनों ने बधाई दी है।

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    बिलासपुरcgatoznews....। डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है और इस बात को सत्य साबित कर दिखाया है न्यू वंदना अस्पताल के डॉक्टरों ने। मवेशी के हमले से गंभीर रूप से घायल युवक को परिजनों ने उस्लापुर मुख्य मार्ग स्थित न्यू वंदना हॉस्पिटल में दाखिल कराया, जहां चिकित्सकों की टीम ने जी तोड़ मेहनत का उसे जीवन दान दिया है। मवेशी के वार से युवक का फेफड़ा और आंत बाहर निकल गया था, परिजन पूरी तरह से आस छोड़ दिये थे लेकिन न्यू वंदना हॉस्पिटल के डॉक्टर हिम्मत नहीं हारे। युवक का सफल ऑपरेशन किया गया और उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया गया। दो-तीन दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। मुंगेली क्षेत्र के ग्राम भठलीकला निवासी देवेन्द्र कश्यप आयु 33 साल बीते 07 जून की रात अपनी दोपहिया वाहन में सवार होकर बिलासपुर की ओर आ रहा था। दशरंगपुर के पास वह भैंस की झूंड से जा टकराया। भैंस ने अपने सिंग से युवक के सीने में वार किया जिससे मौके पर ही युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में युवक का फेफड़ा और आंत शरीर से बाहर निकल आया था। आस-पास के ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो वे भी घायल युवक को छूने से घबराने लगे। लहु लुहान अवस्था में पड़े युवक के परिजनों को किसी ने सूचना दी तो परिजन मौके पर पहुंचे। हादसे में घायल युवक की दशा को देखकर परिजन भी आस छोड़ चुके थे। रात करीब 12 बजे गंभीर रूप से घायल युवक को उसके भतीजे ने उस्लापुर रोड स्थित न्यू वंदना हॉस्पिटल में दाखिल कराया। यहां डॉ. चंद्रशेखर उइके और डॉ. सर्वजीत मरावी के नेतृत्व में घायल युवक का सफल ऑपरेशन किया गया। अब युवक खतरे से बाहर है दो तीन दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। न्यू वंदन हॉस्पिटल में हुए सफल ऑपरेशन और उपचार से प्रभावित होकर घायल युवक के परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए अस्पताल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया है।   बाक्स युवक की जा सकती थी जान- डॉक्टर उइके न्यू वंदना हॉस्पिटल के डॉक्टर चंद्रशेखर उइके ने बताया कि युवक की दशा नाजुक थी। उपचार में जरा भी लापरवाही व देर होने पर उसकी जान जा सकती थी। तत्काल प्रभाव से ऑपरेशन कर रात भर घायल युवक की निगरानी की गई, स्थिति को काबू में किया गया। तब जाकर युवक की जान बचाई जा सकी। हमारे द्वारा किए गए सफल उपचार से प्रभावित होकर मरीज के परिजनों ने बधाई दी है।