“बिलासपुर पुलिस का शार्प एक्शन” — मस्तूरी शूटआउट के नकाबपोश हमलावर चढ़े पुलिस के हत्थे, 7 आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद

बिलासपुर, 29 अक्टूबर 2025।
मस्तूरी में जनपद उपाध्यक्ष के कक्ष में हुई फायरिंग की गुत्थी को बिलासपुर पुलिस ने महज कुछ ही दिनों में सुलझाकर तेज़ और सटीक कार्रवाई का शानदार उदाहरण पेश किया है। पुलिस की तत्परता और प्रोफेशनल जांच के चलते शूटआउट में शामिल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में सायबर सेल (एसीसीयू) और थाना मस्तूरी की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले, जिससे नकाबपोश हमलावरों की पहचान कर गिरफ्तारी तक पहुँचा गया।

गिरफ्तार आरोपी:
1. विश्वजीत अनंत (29 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
2. अरमान उर्फ बलमजीत अनंत (29 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
3. चाहत उर्फ विक्रमजीत (19 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
4. मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस (29 वर्ष), निवासी भारतीय नगर, बिलासपुर
5. मोहम्मद मतीन उर्फ मॉन्टू (22 वर्ष), निवासी अटल आवास, कोनी
6. दो विधि से संघर्षरत किशोर
बरामद सामग्री:
देशी पिस्टल – 02 नग
देशी कट्टा – 01 नग
मैगजीन – 05 नग
जिंदा कारतूस – 04 नग
फायर के खाली खोखे – 13 नग
बुलेट – 10 नग
मोबाइल फोन – 05 नग
घटना की पृष्ठभूमि:
जांच में सामने आया कि मस्तूरी निवासी नितेश सिंह और मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत के बीच जमीन की खरीद-फरोख्त, अतिक्रमण और राजनीतिक वर्चस्व को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते विश्वजीत अनंत ने अपने साथियों के साथ मिलकर नितेश सिंह को जान से मारने की साजिश रची थी।
25 अक्टूबर को असफल रहे आरोपी 28 अक्टूबर की शाम दो मोटरसाइकिलों में सवार होकर पहुंचे और नितेश सिंह व उनके साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गोली लगने से राजू सिंह और चंद्रभान सिंह घायल हुए, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जांच में यह भी पता चला कि तारकेश्वर पाटले ने मुख्य आरोपी को एक लाख रुपए नगद दिए, जिसे उसने अन्य आरोपियों में बांटा। पुलिस इस पहलू की भी तस्दीक कर रही है।
पुलिस की सक्रियता बनी मिसाल
सिर्फ दो दिनों में बिलासपुर पुलिस ने न सिर्फ हमलावरों की पहचान की बल्कि ठोस सबूत जुटाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। शहरवासियों ने पुलिस की इस तेज़, तकनीकी और निष्पक्ष कार्रवाई की सराहना की है।
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