जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण पद पर त्रिलोक श्रीवास के पक्ष में एकतरफा माहौल — बेलतरा से बिलासपुर तक उमड़ा जनसमर्थन, कांग्रेसजन बोले “त्रिलोक ही योग्य दावेदार”
बिलासपुर, 13 अक्टूबर 2025।
जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष पद की दावेदारी इस समय पूरी तरह से त्रिलोक श्रीवास के पक्ष में जाती नजर आ रही है। बेलतरा, बिल्हा, मस्तूरी और पूरे ग्रामीण अंचल में त्रिलोक श्रीवास को मिल रहे जबरदस्त समर्थन ने यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों तक की पहली पसंद अब त्रिलोक श्रीवास बन चुके हैं।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) की नियुक्ति हेतु नियुक्त पर्यवेक्षक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जब बिलासपुर पहुंचे, तो उनके सामने बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के 2000 से अधिक कांग्रेसजन, पंचायत प्रतिनिधि, समाज के प्रमुखजन और पार्टी पदाधिकारियों ने त्रिलोक श्रीवास के समर्थन में एकतरफा माहौल बना दिया।
शहर अध्यक्ष के चयन हेतु जब उमंग सिंघार बिलासपुर शहर में कार्यकर्ताओं से मिले, तब भी ग्रामीण अध्यक्ष पद को लेकर सैकड़ों कांग्रेसजनों ने त्रिलोक श्रीवास का नाम मजबूती से रखा।
त्रिलोक श्रीवास के पक्ष में पूरे जिले के पंच, सरपंच, जनपद एवं जिला पंचायत सदस्य, कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता और विभिन्न समाजों के सामाजिक संगठन खुलकर सामने आए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में उनके समर्थन में जो एकजुटता दिखाई दी है, उसने अन्य सभी दावेदारों को पीछे छोड़ दिया है।
पार्टी के भीतर यह भी माना जा रहा है कि त्रिलोक श्रीवास न केवल 30 वर्षों से अधिक समय से कांग्रेस संगठन से जुड़े रहे हैं, बल्कि उन्होंने कई राज्यों में पार्टी के पक्ष में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, हर वर्ग और समुदाय में उनकी गहरी पकड़ है, और उनकी सादगी एवं जनसंपर्क क्षमता उन्हें सबसे अलग बनाती है।
युवा, ऊर्जावान, सशक्त और जुझारू व्यक्तित्व के धनी त्रिलोक श्रीवास ने अपनी संगठनात्मक क्षमता और कार्यशैली से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भरोसा जीता है। यही कारण है कि आज पूरे जिले में उनकी दावेदारी मजबूत ही नहीं बल्कि एकतरफा हो चुकी है।
कांग्रेसजन का अब एक ही स्वर…..
👉 “जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) के लिए अगर कोई योग्य, संघर्षशील और सर्वस्व समर्पित नेता है, तो वह हैं — त्रिलोक श्रीवास।”
