‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ विषय पर भव्य परिचर्चा: राष्ट्रीय एकता के सूत्र में बंधा बिलासपुर, केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे व जनप्रतिनिधियों ने साझा किए विचार

बिलासपुर, छत्तीसगढ़।
लखीराम अग्रवाल स्मृति सभागार में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ विषय पर आयोजित एक प्रेरणादायक परिचर्चा में देश की एकता, विविधता और सांस्कृतिक समरसता को लेकर सार्थक संवाद हुआ। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी और सामाजिक संगठनों के प्रमुख लोग शामिल हुए।

मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे, जिन्होंने अपने उद्बोधन में भारत की सांस्कृतिक समृद्धि, सामाजिक संरचना और राष्ट्रीय एकता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि,

> “हमारा देश भाषा, धर्म, वेशभूषा और खानपान की दृष्टि से भले ही विविधताओं से भरा हो, लेकिन इसकी आत्मा एक है – और यही ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का मूल मंत्र है। ऐसे आयोजन हमारे देश की अखंडता को और अधिक मजबूत करते हैं।”

कार्यक्रम में बिलासपुर शहर के यशस्वी विधायक श्री अमर अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे और कहा कि,
> “भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में एकता बनाए रखना कोई साधारण कार्य नहीं है, यह हमारे संविधान, परंपराओं और नागरिकों की साझी समझ का प्रमाण है।”
इस अवसर पर बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, सभापति श्री विनोद सोनी, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष श्री दीपक सिंह, ग्रामीण जिला अध्यक्ष श्री मोहित जायसवाल, और भाजपा जिला कोषाध्यक्ष श्री गुलशन ऋषि सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। सभी ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प दोहराया।
सभा में वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि भले ही हम विभिन्न भाषाएं बोलते हों, अलग-अलग रीति-रिवाजों का पालन करते हों, लेकिन हमारा राष्ट्रीय चरित्र और उद्देश्य एक है – एक समृद्ध, सशक्त और अखंड भारत।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल देश की सांस्कृतिक विविधता को रेखांकित करना था, बल्कि एक-दूसरे की परंपराओं को जानने, समझने और सम्मान देने की भावना को भी प्रोत्साहित करना था।
