*शिक्षा के क्षेत्र में सूर्यवंशी समाज की ऐतिहासिक पहल, डॉ. गिरिराज गढ़ेवाल एवं सचिन यादव की सोच से विश्वविद्यालय निर्माण की परिकल्पना*

बिलासपुर। समाज के उत्थान और शिक्षा के विस्तार के उद्देश्य से सूर्यवंशी समाज ने आज एक ऐतिहासिक बैठक का आयोजन किया, जिसमें समाज के प्रमुख शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। इस बैठक में एक ऐसे विश्वविद्यालय की परिकल्पना की गई जो न केवल सूर्यवंशी समाज के लिए, बल्कि सभी जाति-धर्म के विद्यार्थियों के लिए एक आदर्श शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस विचार को आकार देने में प्रख्यात शिक्षाविद डॉ. गिरिराज गढ़वाल और प्रयास एकेडमी के संचालक श्री सचिन यादव की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। दोनों ने शिक्षा के विविध पहलुओं पर गंभीरता से विचार रखते हुए एक ऐसे संस्थान की कल्पना की जहाँ गुणवत्ता, समानता और आर्थिक सहयोग तीनों स्तंभों पर टिकी शिक्षा व्यवस्था लागू की जा सके।
डॉ. गढ़वाल ने कहा, “शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे समाज में असमानता को मिटाया जा सकता है। हमें एक ऐसा संस्थान खड़ा करना है, जिसकी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो।” वहीं श्री सचिन यादव ने कहा, “शिक्षा को केवल डिग्री नहीं, बल्कि जीवन निर्माण की प्रक्रिया मानते हुए हमें हर जरूरतमंद बच्चे तक इसे पहुंचाना होगा।”
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही एक ट्रस्ट की स्थापना की जाएगी, जो विश्वविद्यालय निर्माण की दिशा में ज़मीन चयन, संसाधन व्यवस्था और सरकारी औपचारिकताओं को आगे बढ़ाएगा। समाज के सदस्यों ने इस ऐतिहासिक प्रयास के लिए गढ़वाल सर और सचिन यादव सर की दूरदर्शिता और समर्पण की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
यह कार्यक्रम न केवल एक शैक्षणिक पहल था, बल्कि सामाजिक चेतना और जिम्मेदारी का प्रतीक भी बना।
